हमारे देश में शादी की पहली रात से जुड़ी एक परंपरा है। जो ना जाने कितनी ही सदियों से चली आ रही है। क्या कभी आपने सोचा है कि नए नवेले पत्ति-पत्नी को पहली रात यानी सुहागरात के दिन दूध क्यों पिलाया जाता है? हिन्दू धर्म में दूध, केसर और बादाम को काफी पवित्र माना जाता है इसलिए सुहागरात के दिन दुल्हे को दुल्हन अपने हाथों से बादाम और केसर वाला दूध पिलाती है। इसके अलावा इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। दूध में शरीर की थकान दूर करने की और थकी हुई नसों को ऊर्जा देने की क्षमता होती है। आइये विस्तार से जानते हैं इन सब कारणों के बारे में।
बहुत खास होता है ये दूध
सबसे पहले आपको बताते हैं ये दूध बनाया कैसे जाता है। ये कोई आम दूध नहीं होता बल्कि इसमें केसर, चीनी, हल्दी, काली मिर्च पाउडर, बादाम, सौंफ और अन्य चीजें डालकर खूब उबाला जाता है और फिर गुनगुना होने पर दूल्हे हो पिलाया जाता है।
कई चीजों को मिलाकर तैयार किया जाता है सुहागरात वाला दूध
- शादी की पहली रात पर दूल्हे को पिलाये जाने वाले दूध में काली मिर्च और बादाम का अनोखा मिश्रण होता है।
- जब इसे उबाला जाता है तो इसमें से कुछ ऐसे तत्व निकलते हैं जो रोमांस को बढ़ा देते हैं और इसको पीने के बाद पुरुष पार्टनर बेहतर Orgasm Feel करता है।
- दूध को पीने से नर्वसनेस कम हो जाती है और जोश व उत्साह में बढ़ोतरी होती है।
- इसके अलावा इस दूध में डाले गए केसर और बादाम की खुशबू से हार्मोन भी अधिक संचारित होते हैं और दूल्हे का मूड अच्छा होता है।
- इस दूध में काली मिर्च, सौंफ और हल्दी मिली होती है जिसके कारण यह एक एंटी बैक्टीरियल और इम्यूनिटी बढ़ाने वाला मिक्सचर बन जाता है।
- जब दुल्हन अपने पार्टनर को अपने हाथों से यह दूध पिलाती है तो उन दोनों के बीच यह पल उनके रिश्ते को गर्माहट देता है, वह एक दूसरे के करीब आते हैं।
- जब दोनों मिलकर इस दूध को पीते हैं तो उनके बीच की नजदीकियां बढ़ती हैं।