देश भर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। लोग इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए कई तरह के घरेलू उपाय भी अपना रहे हैं। ऐसा ही एक आयुर्वेदिक औषधि के गिलोय। इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए लोग गिलोय का काढ़ा काफी इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आप भी गिलोय का सेवन कर रहे हैं तो आपको भी इसके गंभीर नुकसान के बारे में भी जानना चाहिए।
इम्युनिटी को बेहतर करने का काम करती है गिलोय
हाल ही में अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लिवर डिजीज की आधिकारिक पत्रिका हेपेटोलॉजी कम्युनिकेशंस में छपी एक स्टडी के मुताबिक, गिलोय इम्युनिटी को बेहतर करने का काम करती है, लेकिन इसका अधिक सेवन शरीर में दिक्कतें पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों ने कहा है कि ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल जूस, चाय या काढ़े में करते हैं, लेकिन बहुत अधिक मात्रा में गिलोय का सेवन न करें।
निश्चित मात्रा में चिकित्सक की सलाह पर ही करें सेवन
आयुर्वेद के अनुसार, जड़ी बूटी के रूप में गिलोय का सेवन डाइजेशन के लिए अच्छा है और ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर करता है, लेकिन इसका सेवन निश्चित मात्रा में और चिकित्सक की सलाह पर ही करें।
स्टडी में सामने आई ये बात
गिलोय को लेकर लिवर रिसर्च क्लब ऑफ इंडिया और 13 चिकित्सा केंद्रों ने मिलकर एक स्टडी की। इसमें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को भी शामिल किया गया था। स्टडी में कुल 43 उन मरीजों को लिया गया, जिनमें पीलिया के लक्षण थे। इसमें से 23 महिलाएं थीं और 20 पुरुष थे। रिसर्च में विशेषज्ञों ने पाया कि जो मरीज लिवर फेलियर और लिवर के अन्य रोगों से पीड़ित हैं। उन्होंने गिलोय का लंबे समय तक सेवन किया था।
स्टडी में सामने आये चौंकाने वाले नतीजे
विशेषज्ञों के मुताबिक, स्टडी में सामने आया कि करीब 67 प्रतिशत यानी 29 लोगों की लिवर की समस्या मुख्य रूप से गिलोय से ही जुड़ी हुई थी। ये लोग न तो पहले से शराब पीते थे और न ही डायबिटीज, थायरॉइड या हाई बीपी का शिकार थे।
लिवर की समस्या
इसके अलावा रिसर्च के जरिए यह भी पता चला कि लिवर की समस्या से पीड़ित इन लोगों ने डॉक्टर की राय के बिना ही गिलोय का सेवन 46 दिन तक या उससे ज्यादा समय के लिए किया था, जिसकी वजह से एक एंटीन्यूक्लियर एंटीबॉडी पैदा हो गई और इसने लिवर की कोशिकाओं पर अटैक करना शुरू कर दिया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गिलोय में इम्युनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं, लेकिन इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।