प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 2 दिवसीय दौरे की शुरूआत श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन से करेंगे। पी.एम. मोदी 13 दिसंबर को दोपहर करीब 1 बजे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे जिसके बाद करीब 339 करोड़ रुपए की लागत से बने श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को गंगा नदी के तट तक सुगम मार्ग के निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री की परिकल्पना को साकार करेगी।
5 लाख वर्गफुट में बन कर तैयार हुआ कॉरिडोर
काशी विश्वनाथ का नया कॉरिडोर 5 लाख वर्ग फुट बन कर तैयार हुए है। इसमें 23 नए भवनों के निर्माण से तीर्थयात्रियों और भक्तों को अनेक सुविधाएं प्राप्त होंगी। पहले का परिसर सिर्फ 3000 वर्ग फुट तक सीमित था। वाराणसी की अपनी यात्रा के दौरान मोदी काल भैरव मंदिर भी दर्शन करने के लिए जाएंगे जबकि शाम 6 बजे रो-रो जहाज पर सवार होकर मां गंगा की भव्य आरती देखेंगे। प्रधानमंत्री 14 दिसम्बर को दोपहर लगभग साढ़े 3 बजे वाराणसी स्थित स्वर्वेद महामंदिर में सद्गुरु सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव में शामिल होंगे।
12 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री भी देखेंगे काशी का भव्यता
2 दिवसीय यात्रा के दौरान पी.एम. मोदी असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के एक सम्मेलन में भी भाग लेंगे। इस सम्मेलन में बिहार और नगालैंड के उपमुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। यह सम्मेलन गवर्नेंस से संबंधित सर्वोत्तम प्रथाओं या तौर-तरीकों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
कॉरिडोर में आने वाली संपत्तियों का सौहार्दपूर्ण तरीके से हुआ अधिग्रहण
श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए 300 से अधिक संपत्तियों का सौहार्दपूर्ण अधिग्रहण किया गया। इस दौरान 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों को फिर से खोज कर उनका जीर्णोद्धार किया गया। परियोजना के पूरी होने से बाबा विश्वनाथ के तीर्थयात्रियों और भक्तों को पवित्र नदी में डुबकी लगाने की सदियों पुरानी परंपरा का पालन करने में सहूलियत होगी। काशी की भीड़भाड़ वाली सड़कों से आने-जाने और गंगाजल लेकर मंदिर में अर्पित करने में पहले काफी असुविधा का सामना करना पडता था। मोदी ने इसे ध्यान में रखते हुये श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को गंगा नदी के तट से जोड़ने के लिए एक सुगम मार्ग के सृजन की एक परियोजना की परिकल्पना की और आठ मार्च, 2019 को इस काशी विश्वनाथ धाम परियोजना की आधारशिला रखी ।
काशी के 7 लाख घरों तक पहुंचेंगे 7 लाख लड्डू
श्रीकाशी विश्वनाथ कारीडोर के लोकार्पण के मौके पर काशी के 7 लाख घरों तक 7 लाख लड्डू पहुंचाने की तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। इन लड्डुओं को 600 कारीगर बनाने में जुटे हैं। इन लड्डुओं को बनाने के लिए 14 हजार किलो बेसन, 7 हजार किलो चीनी और 7 हजार किलो घी का इंतजाम किया गया है। श्रीकाशी विश्वनाथ कारीडोर के लोकार्पण को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां भी जोरशोर से की जा रही हैं। इसको लेकर काशी में काफी उल्लास है। काशी के सात लाख घरों तक लड्डू पहुंचाया जाएगा। इस काम के लिए हलवाई लड्डुओं की पाग चढ़ा रहे हैं तो महिलाएं लड्डुओं को आकार दे रही हैं। लड्डू बनाते समय साफ-सफाई और शुद्धता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लड्डू बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि उनका सौभाग्य है कि हमें ये काम मिला।