नई दिल्ली: पंजाब में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के बाद कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से इस संबंध में बात की है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीएम चन्नी से इस मामले में विस्तृत जानकारी मांगी है। उन्होंने चन्नी से कहा कि नरेंद्र मोदी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
सोनिया ने सीएम चन्नी को दिये कार्रवाई करने के निर्देश
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सोनिया गांधी ने सीएम चन्नी से कहा कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इस दौरे को लेकर सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए जाने चाहिए थे।
सीएम चन्नी ने बनाई जांच कमेटी
सीएम चन्नी ने सोनिया गांधी को बताया कि पंजाब सरकार पूरे मामले की जांच करवा रही है। इसके लिए सेवामुक्त जस्टिस मेहताब सिंह गिल और राज्य के गृह सचिव अनुराग वर्मा की जांच कमेटी बनाई गई है। कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। उसमें जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी।
पीएम की सुरक्षा चूक से लगातार इनकार कर रहे चन्नी
हालांकि एक तरफ सीएम चन्नी ने जांच कमेटी बनाई है तो दूसरी तरफ वह लगातार चूक से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने पहले भी प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि इसमें कोई चूक नहीं हुई है और उन पर हमले का कोई खतरा नहीं था। पीएम मोदी ने ही आखिरी वक्त में सड़क से जाने का कार्यक्रम बनाया। अब वह चुनावी रैलियों में भी इस बात को भुना रहे हैं। पीएम की सुरक्षा में चूक के बहाने पंजाब और पंजाबियों को बदनाम किया जा रहा है।
पीएम सुरक्षा चूक पर कांग्रेस में दोफाड़
वहीं तमाम कांग्रेस नेताओं बयानों से साफ नजर आ रहा है कि पीएम सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस में ही एकराय नहीं है। पार्टी दो धड़ों में बंटी नजर आ रही है। पंजाब के सीएम जहां इसे चूक का मामला नहीं मान रहे हैं, वहीं फिरोजपुर से विधायक ने इसे चूक का बड़ा मामला बताया है। उधर, राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इसे भाजपा का ड्रामा करार देते हुए कहा था कि उसे बेकार का शोर नहीं मचाना चाहिए। जबकि सांसद मनीष तिवारी ने सुरक्षा चूक की जांच कराने की मांग की है।
स्मृति ईरानी ने साधा निशाना
सोनिया-चन्नी की बात पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि देर से जागी ये राजनीतिक आत्मा देश का आक्रोश देख रही थी। जनता की प्रार्थना, जनता की चिंता को देखकर सोनिया गांधी का ये कथन सामने आया है। कम से कम सोनिया गांधी ने इस बात को स्वीकारा कि दोषी कांग्रेस की प्रदेश सरकार और प्रशासन है। कहीं ऐसा तो नहीं कि मोहरे को इस प्रकार का आदेश देकर परिवार ने अपना पल्ला झाड़ लिया है।