मकर संक्रांति और गंगा स्नान के पावन पर्व पर उड़द की दाल और चावल से बनी खिचड़ी को आम के आचार , शुद्ध देशी घी और दही के साथ सर्व किया जाता है। कई जगहों पर इसे खिचड़ी पर्व कहा जाता है । ये एक लाइट और हेल्दी रेसिपी है। इसे आप लंच या डिनर में बना सकते हैं। आइए जानते हैं बहुत आसानी से उड़द की काली दाल की खिचड़ी बनाने की विधि
सामग्री
चावल – 1/2 कप (100 ग्राम)
उड़द की दाल – 1/4 कप (50 ग्राम)
हरी मटर – 1/2 कप
दालचीनी – 1 टुकड़ा
लौंग – 2
काली मिर्च – 5
बड़ी इलायची – 1/2
जीरा – 1/2 छोटी चम्मच
अदरक – 1/2 इंच
हरी मिर्च – 1 से 2
टमाटर – 1
घी- 2 बड़ी चम्मच
हींग – 1/2 चुटकी
हल्दी पाउडर – 1/4 छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1/4 छोटी चम्मच
नमक – 3/4 छोटी चम्मच
बनाने की विधि
उड़द दाल की खिचड़ी बनाने के लिए कुकर में 2 से 3 बड़ी चम्मच घी डाल कर गर्म कर लीजिए। घी गर्म हो जाने पर इसमें 1/2 छोटी चम्मच जीरा, 1/2 चुटकी हींग, 1 इंच दाल चीनी, 2 लौंग, 5-6 काली मिर्च और 1/2 बड़ी इलायची डाल कर मध्यम आंच पर भून लीजिए।
मसाला हल्का सा भुन जाने पर इसमें 1 टमाटर, 1/4 छोटी चम्मच हल्दी पाउडर, 2 हरी मिर्च, 1/2 इंच अदरक और 1/2 कप हरी मटर डाल कर हल्का सा चलाते हुए भून लीजिए। टमाटर के हल्का सा गल जाने पर इसमें 1/4 कप उड़द दाल और 1/2 कप चावल डाल कर मिला लीजिए।
अब इसमें 1/4 छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर और 3/4 छोटी चम्मच नमक डाल कर सभी चीजों को मिलाते हुए 1-2 मिनट तक भून लीजिए। 2 मिनट बाद कुकर में 1.5 कप पानी डाल कर कुकर का ढ़क्कन लगा कर कुकर में एक सीटी आने तक तेज आंच पर पका लीजिए। कुकर में सीटी आने पर आंच को बंद कर दीजिए और कुकर का प्रेशर खत्म होने तक इसे ही रहने दीजिए।
कुकर का प्रेशर खत्म हो जाने पर कुकर के ढ़क्कन को कुकर के ऊपर रख कर चावल को हल्का ठंडा होने रख दीजिए। चावल के हल्का ठंडा होने पर आप खिचड़ी को प्लेट में निकाल कर सर्व कर सकते है। उड़द दाल की खिचड़ी आप किसी भी चटनी या फिर अचार के साथ खा सकते हैं।