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अभी तक लोगों ने योगी आदित्यनाथ को मुखर अंदाज में ही अपनी बात रखते देखा होगा, लेकिन अपनी दरियादिली और सेवा कार्य के लिए भी प्रसिद्ध योगी आदित्यनाथ के कई ऐसे किस्से हैं जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं।

सड़क हादसे में घायल महिला की गाड़ी रोककर खुद की मदद

ऐसा ही एक किस्सा गोरखपुर का है, जिसमें उन्होंने दर्द से कराह रही महिला और उसकी बेटी की जान बचाई थी। बात साल 2014-15 की है। तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ एक बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने गोरखनाथ पुल के पास बने नाले में एक टेंपू फंसा हुआ देखा। इसके बाद अपनी गाड़ी रोककर खुद आगे बढ़े और टेंपू में फंसी महिला और उसकी बेटी को सुरक्षित निकाला। महिला का हाथ फ्रेक्चर था जबकि लड़की को शरीर में कई जगह गंभीर चोट लगी थी। इसके बाद योगी आदित्यनाथ अपनी गाड़ी से घायल महिला और बेटी को गोरखनाथ चिकित्सालय ले गए। बाद में पता चला की घायल महिला और लड़की उनके साथ गाड़ी से चलने वाले सुरेश मल्ल की पत्नी और बेटी हैं। इस घटना के बाद सुरेश मल्ल ने कहा कि यह महाराज जी की दरियादिली ही है कि उन्होंने सेवाभाव दिखाते हुए उनकी पत्नी और बेटी की जान बचाई।

एक्सीडेंट में घायल बुजुर्ग को ऐसे पहुंचाया अस्पताल

ऐसे ही एक बार योगी आदित्यनाथ अनुश्रवण समिति की बैठक के लिए जा रहे थे। इस दौरान तरंग क्रॉसिंग के पास सैकड़ों लोगों की भीड़ देखी। भीड़ देखकर सांसद ने गाड़ी रुकवाई तो देखा कि एक बुजुर्ग व्यक्ति गंभीर हालत में तड़प रहा है। इसके बाद बिना देर किए सांसद ने ऐंबुलेंस बुलाई और फौरन इलाज के लिए भेजा।

जानकारी के बाद पता चला कि व्यक्ति क्रॉसिंग पार कर रहा था कि इतने में ट्रेन आ गई और उसने पीछे हटने के लिए कदम बढ़ाया तो ट्रेन से धक्का लग गया। पीड़ित के ठीक होने पर उसके परिवार ने सीएम को आभार व्यक्त किया था।

सर्वधर्म समभाव की भावना से काम करते हैं योगी

योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगते हैं कि वे कट्टर हिंदुत्व की छवि वाले नेता हैं और मुस्लिम समाज के प्रति नफरत फैलाने का काम करते हैं। हालांकि ये सच नहीं है, ऐसे कई किस्से हैं जब योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिमों की मदद की है। ऐसा ही एक किस्सा है जिसमें उन्होंने एक मुस्लिम शख्स की मदद की थी।

जब एक मुस्लिम के लिए धरने पर बैठे योगी

एक बार योगी आदित्यनाथ को पता चला कि गोरखपुर में एक बाजार में कुछ गुंडों ने एक मुसलमान दर्जी से फिरौती की मांग की है। पीड़ित ने शिकायत पर पुलिस भी कुछ कर नहीं रही है तो उन्होंने फैसला किया कि वह पुलिसिया रवैये के खिलाफ सड़क पर धरना देंगे। उन्होंने तब तक धरना दिया जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो गया। उस दौरान योगी का एक किस्सा और भी खूब चर्चा में रहा था। उसमें योगी ने एक मौलवी की मदद करते हुए उन्हें मदरसे की जमीन वापस दिलवाई थी।

गोरखपुर के मुस्लिम मानते हैं योगी को मसीहा

गोरखपुर में कुछ भू माफियाओं ने एक मदरसे की जमीन कब्जा कर ली। मौलवी ने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन पुलिस उनको टालती रही। प्रशासन से निराश होकर मौलवी गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। उस मौलवी ने योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में मदद की गुहार लगाई। योगी ने उसको वादा किया कि मदरसे की जमीन को कब्जा मुक्त किया जाएगा, और उन्होंने ऐसा कराया भी। यही कारण है कि गोरखपुर के मुस्लिम योगी को अपना मसीहा मानते हैं।

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