Bihar Teachers Transfer: बिहार शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की ट्रांसफर पोस्टिंग की शुरुआत कर दी है और शुरूआती दौर में 35 शिक्षकों का तबादला किया गया है। पहले चरण में जिन 35 शिक्षकों का तबादला किया गया है वे बहुत ज्यादा असाध्य रोग से ग्रसित हैं। शिक्षा विभाग की स्थापना समिति की बैठक में यह निर्णय लिया है, जो पहले से प्रथम विकल्प में असाध्य रोग ग्रसित लोगों को ट्रांसफर करने के लिए कहा गया था। उसी आधार पर चयन किया गया है। ट्रांसफर किए गए उन 35 शिक्षकों की सूची भी जारी कर दी गई है। शेष आवेदनों पर विचार किया जा रहा है.
क्रमवार किया जाएगा शिक्षकों का तबादला | Bihar Teachers Transfer
विभाग में असाध्य रोग के विभिन्न प्रकार के कैंसर वाले 759 शिक्षकों के आवेदन आए हैं। इनमें नियमित से लेकर नियोजित सभी प्रकार के शिक्षक हैं, जिसको शिक्षा विभाग ने चार अलग-अलग श्रेणियां में बांटा है और इन श्रेणियां में आने वाले शिक्षकों का तबादला क्रमवार किया जाएगा।
जिन 35 शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है, वह अपने ट्रांसफर वाले संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी को पद स्थापना आदेश लॉगिन आईडी से ई शिक्षा कोस पोर्टल पर डाउनलोड कर उसको हस्ताक्षर करके स्थानांतरण आदेश को दोबारा ई शिक्षा पोर्टल अपलोड करना होगा। जिसे संबंधित पदाधिकारी, प्रधानाध्यापक एवं स्थानांतरित शिक्षकों को सुलभ हो सकेगा, लेकिन स्थानांतरण किए गए शिक्षकों को दूसरी जगह अपने ही किराए से जाना होगा। दूसरे जिलों में जाने के लिए विभाग उन्हें खर्च नहीं देगी।
शिक्षा विभाग की इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि चुकी यह स्थानांतरण शिक्षकों के अनुरोध पर किया गया है, इसलिए उन्हें कोई यात्रा भत्ता नहीं दिया जाएगा। इसके बाद जिन पहली श्रेणी में शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा, उनमें असाध्य रोग, गंभीर बीमारी और विधवा आदि को रखा गया है। सबसे पहले नंबर पर आने वाले असाध्य रोग से ग्रसित शिक्षक का तबादला होना है। उसमें भी जो सबसे ज्यादा अधिक गंभीर बीमारी से पीड़ित है उनका पहला मौका मिलेगा। उसके बाद दूसरी फिर तीसरी और सबसे अंत में चौथी श्रेणी के शिक्षकों का तबादला किया जाएगा।
लंबी दूरी वाले शिक्षकों को करना होगा इंतजार
असाध्य रोग में विभिन्न प्रकार के कैंसर, गंभीर बीमारी में किडनी रोग, हृदय रोग, लिवर रोग से ग्रसित, दिव्यांगता के आधार पर और विधवा शिक्षक का बारी-बारी से ट्रांसफर किया जाएगा। वहीं पति-पत्नी के ट्रांसफर को दूसरी श्रेणी में रखा गया है, तो माना जाए कि उसमें अभी समय लग सकता है। लंबी दूरी के कारण अपने स्थान से दूसरे जिले में ट्रांसफर करने के लिए महिला शिक्षकों को तीसरी श्रेणी में तो उसी आधार पर पुरुष शिक्षकों को चौथी श्रेणी में रखा गया है।
1 लाख 90 हजार 332 शिक्षकों ने किया आवेदन
बता दें कि शिक्षा विभाग के ई शिक्षा पोर्टल पर कुल 1 लाख 90 हजार 332 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन दिया था। इसमें पहली श्रेणी में आने वाले शिक्षकों की संख्या 11809 है, वहीं दूसरी श्रेणी में 16356 शिक्षक है तीसरी और चौथी श्रेणी में सबसे अधिक 1 लाख 62 हजार 167 शिक्षक है। विभाग ने शिक्षकों के आवेदन की स्क्रूटनी के लिए 16 पदाधिकारी के जिम्मेदारी दी है। इस काम के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं, लेकिन अभी सभी श्रेणी को ट्रांसफर पोस्टिंग करना आसान नहीं दिख रहा है।